सिवनी। स्वच्छ भारत मिशन के तहद सिवनी जिले में बने शौचालयों की जमीनी हकीकत देखने पर लगेगा जैसे कि सारी की सारी योजनाए कागजों में ही फलीभूत हो गई है। (Toilet Construction Scam) योजना में भारी अनिमितताओं की खबर आए दिन चर्चा में रहती है जिसके बाद जिला प्रशासन ने मामला संज्ञान में लेकर 5 सदस्यी जांच टीम का गठन किया गया जिसके बाद यह टीम सिवनी के ग्राम सिरोलीपार पहुंची।
दअरलस ग्राम सिरोलीपार में कुल 353 शौचालय कागजो में बने हुए दिख रहे हैलेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। जब मीडिया ने ग्राम पहुंचकर पड़ताल की तो ऐसे 12 नाम सामने आए जिनके नाम पर कागजों पर तो शौचालय बन चुके पर लेकिन मौके पर सबकुछ गायब है। वहीं दूसरी ओर इनमें 120 शौचालय ऐसे भी शमिल है जिनमें शौचालय के नाम पर चार दिवारी ही देखने को मिली।
हालांकि जांच अधिकारी केएल चैधरी ने बताया कि ग्रामीणों से बात करने के बादनिरीक्षण किया गया तथा जांच करने के लिए दस्तावेज बुलाए गए है जिनके आधारपर जो दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।