कोरोना वायरस (Korona Virus) से घबराये नहीं, इसकी दवा भारतीय आयुर्वेद चिकित्सा ग्रंथों में “वसाका “नाम से वर्णित है. चीन में फैला हुआ कोरोना वायरस जो कि एक खतरनाक रूप में सामने आ रहा हैं, अब यह भारत मे भी फैल रहा हैं, लेकिन आयुर्वेद के माध्यम से अब इसका इलाज होना संभव माना जा रहा है। भारतीय लोगों को कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इसके रोग के लक्षणों का वर्णन प्राचीन आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में दिया हुआ है। लेकिन हम दवा को सीधे लेने की सलाह नहीं देते हैं, एक बार अनुभवी चिकित्सक से सलाह जरूर लेवें
कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण
1. तेज बुखार
2. बुखार के बाद खांसी का आना
3. बेचैनी, सिरदर्द और मुख्य रूप से श्वसन संबंधी परेशानी महसूस होना
- आयुर्वेद में दवा का नाम वसाका (आडूसा) होम्योपैथी में Justicia adhatoda (वसाका) नाम से उपलब्ध है।
आयुर्वेद के सभी कफ सायरफ में वसाका का उपयोग होता है, इसलिए किसी भी कंपनी का आयुर्वेदिक कफ सायरफ ले सकते है।
होम्योपैथी में किसी भी कंपनी के कफ सायरफ में Justicia Adhatoda (वसाका) की मदर टिंचर की 20-30 बूदों को मिलाकर सेवन करें।
सावधानियां
आईसक्रीम, कुल्फी, सभी प्रकार की कोल्ड ड्रिंक्स, सभी प्रकार के प्रिज़र्वेटिव फूड्स, डिब्बा बंद भोजन, मिल्क शेक, कच्चा बर्फ यानी गोला चुस्की, मिल्क शेक या मिल्क स्वीटनर 48 घंटे पुराने खाने से रुके क्योंकि कोरोना वायरस गर्मी से निष्क्रिय हो जाता है, इस लिए तेज़ गर्मी यानी 35℃ से ज्यादा होने तक रुके।