भोपाल। जानकारी मिली है कि लगभग 14 विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया का समर्थन कर रहे, सिंधिया ने हाल ही में भाजपा की सदस्यता ली है। जबकि दूसरी ओर कमलनाथ सरकार के कुल 22 विधायकों में से कुछ दिन पहले 6 विधायकों को मंत्री पद से हटा दिया गया जिसके बाद अब मात्र 16 मंत्री कांग्रेस के पास बचे हैं। वहीं कांग्रेस के गुट में 99 विधायकों का समर्थन है जबकि बहुमत के लिए 104 विधायकों का समर्थन जरूरी है।
वहीं हाल ही में विधानसभा सत्र के दौरान 26 मार्च तक कार्यवाही स्थगित होने से यह साबित नहीं हो सकता कि कमलनाथ के पास बहुमत है या नहीं। जबकि भाजपा के विपक्षीय विधायकों ने विधानसभा में हंगामा कर विरोध जताया।