बुरहानपुर। प्रकृति एवं पर्यावरण को बचाने के लिए हर किसी व्यक्ति को आगे आने की आवश्यकता वर्तमान समय में बनी हुई है इसी के तहत बुरहानपुर में रहने वाले वाने परिवार द्वारा प्रतिवर्ष अनुसार इसवर्ष भी मिट्टी एवं प्राकृतिक कलर का उपयोग कर श्रीगणेश की प्रतिमाओं का निर्माण किया जा रहा है, जिसके लिए मिट्टी एवं नदी का गल और खेतों की मिट्टी का उपयोग किया जाता है।
खास यह है कि मिट्टी लाने में मुस्लिम युवक शेख अशरफ मदद करता है, अशरफ का मानना है कि हर व्यक्ति मिट्टी से निर्मित प्रतिमाएं बैठाए ताकि पर्यावरण बचाने में सहयोग मिले, मूर्तिकार सुनील वाने एवं उनकी पत्नी स्वाति वाने सहित परिवार के सभी सदस्यों ने बताया कि उन्हें मिट्टी की मूर्ति के निर्माण बनाने की प्रेरणा ब्राह्मण समाज के लोगों से मिली है और इन मूर्तियों के निर्माण में उन्हें 8 से 9 माह लगते हैं।
मुस्लिम समाज के होने के बावजूद भी शेख अशरफ ने एक मिसाल कायम की है उन्होंने बताया कि वाने परिवार को वह गणेश जी की प्रतिमा निर्मित करने के लिए प्रतिवर्ष काली मिट्टी नदी का गल एवं कपास की व्यवस्था कराते हैं, साथ ही उन्हें मूर्ति निर्माण में सहयोग करते हैं। शेख अशरफ ने कहा कि वह भी पर्यावरण का दोहन नहीं चाहते हैं, और नदियों में दूषित जल नहीं होने देना चाहते हैं जिसके चलते वह कार्य कर रहे हैं।