ग्वालियर। शहर में भगवान कार्तिकेय का 450 वर्ष पुराना प्राचीन मंदिर है, मंदिर के पुजारी जमुना प्रसाद ने बताया कि 7 पीढ़ी लगातार इस मंदिर की सेवा करते चले आ रहे हैं। यह मंदिर मध्यप्रदेश में इकलौता मंदिर है ऐसी मान्यता है कि कार्तिकेय पूर्णिमा के दिन ही भगवान कार्तिकेय के दर्शन मात्र किए जाते हैं। मंदिर के पट सुबह 4 बजे आम जनता के लिए खोल दिए गए हैं कोरोना महामारी चलते हुए पूरी गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है और यह पाठ 30 तारीख की रात 12 बजे तक खुले रहेंगे।
पंडित जमुना प्रसाद जी ने बताया कि यहां लगभग 30 से 40, हजार दर्शाती दर्शन करने आते हैं ऐसी मान्यता है यदि कार्तिक पूर्णिमा के अलावा यदि कोई भगवान कार्तिकेय की यदि महिला दर्शन करती है तो सात जन्म तक विधवा रहती है यदि पुरुष दर्शन करता है सात जन्मो तक पुत्रों का और ग्रस्त आश्रम का सुख नहीं भोग पाता है।
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