मैहर – सतना जिले के मैहर स्थित त्रिकुट पर्वत पर विराजमान माँ शारदा (Maa Sharda Devi) के दर्शन के लिए नवरात्रि के चलते लाखों की संख्या में श्रद्धालु मैहार धाम पहुंच रहे हैं। बता दें कि प्रसिद्ध मैहर के मां शारदा धाम में नवरात्रि के नौ दिनों तक विशेष महत्व रहता है जहां इस दौरान महाआरती भी की जाती है। वहीं इस अवसर पर कैमरा24 ने मंदिर के प्रधान पुजारी देवी प्रसाद जी से की विशेष चर्चा, जिन्होने मैहर धाम के कई महत्व बताए।
प्रधानपुजारी ने बताया कि वह विगत 40 वर्षों से मंदिर की सेवा कर रहे हैं, जिस स्थान पर गुरू शंकराचार्य ने भी पहुंचकर मां शारदा के दर्शन किए है। पुजारी ने बताया कि पहले राजा महाराजाओं ने यहा आकर पूजन अर्चना की थी जिसके बादसे ही यह स्थान प्रसिद्ध हुआ जहां कई चमतकार होता है। जानकारी दी गई कि एक समय मंदिर में सिर्फ पुजारी और सेवक की मौजूदगी में मंदिर का घंटा दो बार बजा जबकि अदृश्य शक्ति द्वारा मां का श्रंगार कर पूजा करने का चमत्कार देखा गया था।
बता दें कि पुजारी, एक चट्टान के अंदर रहते है जहां ज्योति स्थपना के दिन कई बार ज्योति जलाने का प्रयास किया गया लेकिन ज्योति नहीं जली, लेकिन जब पुजारी ने मां से रोते हुए कामना की तब जाकर अखंड ज्योति जली, जो कि आज तक जल रही है।