खजुराहो। प्रकृति की गोद में बसा यह अति प्राचीनतम सिद्धेश्वर मंदिर छतरपुर जिले के लवकुशनगर में स्थित है जहां झूमर सिद्ध बाबा का मंदिर, कुंडेश्वर महादेव, कंकाल देवी मंदिर एवं प्राचीन महाकाली मंदिर के साथ मंदिर क्षेत्र के आसपास पहाड़ी, पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र बन सकता है लेकिन दुर्भाग्यवश यहां पर्यटन को बढ़ावा देने का नारा देने वाली मध्य प्रदेश सरकार ऐसे बेहतरीन और शानदार प्रकृति की अनुपम छटा बिखेरी हुए एक सुंदर स्थलों को रखरखाव नहीं कर पा रही है। लवकुश नगर से महज 2 किलोमीटर दूरी स्थित इस मंदिर क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का आभाव है जहां ना हीं पक्का मार्ग है और ना ही बिजली तथा पानी की व्यवस्था।
हालांकि अब देखना होगा कि स्थानीय प्रशासन तथा जिला प्रशासन इस बेहतरीन जगह को किस तरह से विकसित करता है, अगर इस जगह को विकसित कर दिया जाए तो निश्चित ही आने वाले समय में ना सिर्फ यह दर्शनीय स्थलों की सूची में शामिल होगा बल्कि आने वाले सैलानियों के लिए भी एक बहुत ही महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थल साबित हो सकता है।