सिवनी। मध्य प्रदेश में लगभग 50 दिनों के लाॅकडाउन के बाद शहरों को ग्रीन, ओरेंज और रेड जोन में बांटकर आंशिक छूट दी जा रही है लेकिन वहीं कोरोना के संक्रमण फैलने का सबसे बड़ा खतरा अप्रवासी मजदूरों तथा अन्य प्रदेशों तथा शहरों से घर वापस लाए जा रहे लोगों से हो रहा है। शासन द्वारा बाहर से आए लोगों को होम क्वारंटीन किए जाने के आदेश जारी किए गए है जिसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
सिवनी के एक अधिवक्ता प्रदीप राजपूत ने बताया कि शासन द्वारा एक आदेश पारित किया गया है जिसके तहत रेड और आरेंज जोन से वापस आ रहे लोगों को होम क्वारंटीन किया जा रहा है, जिस आदेश का विरोध करते हैं। बताया गया कि यदि कोई व्यक्ति होम क्वारंटीन किया जाता है और पाॅजिटिव रिपोर्ट आती है तो इससे परिजनों के भी संक्रमित होने का खतरा है।
सिवनी जिले के डीएम प्रवीण सिंह ने बताया कि शासन की यह गाइडलाइन है जिसके तहत होम क्वारंटीन किया जा रहा है, बताया गया कि शासकीय क्वांरटीन सेंटर में ऐसे लोगों को रखने पर अनावश्यक संक्रमण फैल सकता है। लेकिन इस सबमें एक सवाल तो तय है कि सरकार के पास इस महामारी से जंग जीतनें का ना कोई उपाय है और ना ही मजबूत आधार।