विदिशा। कांग्रेस पार्टी से विधायक शशांक भार्गव पर हुए जानलेवा हमले के मामले में विधायक ने प्रेसवार्ता करते हुए पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में बिना बताए 15 लोगों के नाम को जोड़े जाने का आरोप लगाया गया है।
- पुलिस-प्रशासन, मुकेश टंडन की कटपुतली बनेः विधायक
- विधायक शशांक भार्गव पर हुआ था जानलेवा हमला
- प्रदेश सरकार के दवाब में केस को कमजोर कियाः विधायक
- हमला मामले में कुल 8 नाम बताए गए थेः विधायक
विधायक ने बताया कि जानलेवा हमला और कार्यालय में तोड़फोड़ करने के मामले में नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन सहित 8 अन्य लोगों के नाम बताए गए थे लेकिन पुलिस द्वारा एफआईआर में बिना विश्वास में लेते हुए 8 नामों के अलावा 15 लोगों के नाम जोड़ दिए गए।
हालांकि विधायक शशांक भार्गव ने पुलिस प्रशासन द्वारा प्रदेश सरकार के दवाब में एवं नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन के कहे अनुसार केस को कमजोर किए जाने का आरोप लगाया है।