Bhopal – मध्यप्रदेश में उपचुनाव की लहर है जिस बीच सियासत जमकर गरमाई हुई है, बीजेपी और कांग्रेस प्रमुख दल के रूप में सामने है जिनके नेताओं के बीच आरोपी प्रत्यरोप और तंज कसने का दौर जारी है। चुनावी रण में खासकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच जुबानी जंग जारी है।
- मध्यप्रदेश उपचुनाव में नेताओं के बीच जुबानी जंग
- सीएम शिवराज का फोटो शेयर कर तंज कसा
- कमलनाथ बोले- जनता को मुर्ख ना समझें
- बीजेपी ने किया ट्वीट- अपने-अपने संस्कार हैं
ताजा मामला सामने आया है जहां मंदसौर जिले के सुवासरा में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज, भरी सभा में मंच पर घुटनों के बल नीचे बैठकर का अभिवादन करते नजर आए, जिसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर सीएम शिवराज पर तंज कसते हुए जनता को मुर्ख ना समझने की बात कही है।
कमलनाथ ने अपने ट्वीट में शिवराज सिंह का घुटने टेकते हुए फोटो शेयर कर, लिखा –
यदि नेता जनता को झूठे सपने, झूठे सब्जबाग ना दिखाये, झूठी घोषणाएँ ना करे, झूठे चुनावी नारियल ना फोड़े, जनता से किये अपने हर वादे को वचन समझ पूरा करे, जनता को झूठे- लच्छेदार भाषण परोसकर मूर्ख ना समझे,
अपनी सत्ता लोलुपता के लिये सौदेबाजी से जनादेश का अपमान कर राजनीति को कलंकित ना करे, जनहित उसके लिये सदैव सर्वोपरि हो तो जनता उसे हमेशा सर आँखो पर बैठाती है, अपने सर का ताज बनाती है, उसको घुटने टेकने की कभी जरूरत ही नहीं पड़ती है।
यदि नेता जनता को झूठे सपने, झूठे सब्ज़बाग़ ना दिखाये, झूठी घोषणाएँ ना करे, झूठे चुनावी नारियल ना फोड़े, जनता से किये अपने हर वादे को वचन समझ पूरा करे, जनता को झूठे- लच्छेदार भाषण परोसकर मूर्ख ना समझे, pic.twitter.com/5jYdsnQ1oL
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 10, 2020
वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए कमलनाथ के ट्वीट पर तंज कसा। मध्य प्रदेश बीजेपी ने कमलनाथ के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा –
अपने-अपने संस्कार हैं कमलनाथ जी। कोई भारत की जनता के आगे झुकता है तो कोई इटली और चीन के आगे।
अपने-अपने संस्कार हैं @OfficeOfKNath जी!
कोई भारत की जनता के आगे झुकता है तो कोई इटली और चीन के आगे। https://t.co/3JHOI5IIKJ
— BJP Madhya Pradesh (@BJP4MP) October 10, 2020
हालांकि मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए 3 नवंबर को होनी है जिसका परिणाम 10 नवम्बर को ही घोषित हो जाएगा, वहीं उपचुनव परिणा के आधार पर ही प्रदेश की सत्ता किसके हाथ रहेगी यह तय होगा।