लंबी बीमारी के दौरान कई बार मौत को मात देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने आखिरकार काल के कपाल पर लिखने मिटाने का सिलसिला हमेशा के लिए खत्म कर दिया। 16 अगस्त को अटल जी के निधन की खबर पूरे देश में फैलने के बाद गमगीन माहौल सा बन गया। लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि तो दी ही साथ ही ज्यादातर सोशल मीडिया पर उनके साथ बिताए गए पलों को भी साझा किया।
शोशिल मीडिया पर लोगों द्वारा साझा की गई तस्वीरें अटल जी के रिश्ते को मध्य प्रदेश के साथ जोड़ती है। कहीं लोग चुनाव प्रचार की तैयारी करते दिख रहे हैं, कहीं उनका स्वागत हो रहा है, कहीं वे लोगों के साथ भोजन कर रहे हैं तो की बेटी बेटी उनको श्रीफल देखा गया।
अटल जी का नाता मध्य प्रदेश के विदिशा से भी जुड़ा क्योंकि यह वहीं विदिशा है जिसने अटल बिहारी बाजपेई को अपना सांसद चुना था। यह तस्वीर विदिशा की है जहां सन् 1991 में लोकसभा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल करते अटल बिहारी बाजपेई दिख रहे हैं। अटल जी ने चुनाव जीतने के बाद विदिशा आकर वर्तमान के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के हाथों में विदिशा की कमान सौंपा था।
लोकसभा में अपने पहले भाषण के बाद ही तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने उनमें भावी प्रधानमंत्री की छवि देखी थी। जिसके बाद प्रधानमंत्री बन कर उन्होंने जवाहरलाल नेहरू की भविष्यवाणी को सच किया था। आज भले ही सशरीर अटल जी हमारे बीच नहीं रहे लेकिन विचार रूप में उन्हें विदा कर पाना असंभव है।