भिण्ड डबल मर्डर केस का खुलासा, सरेराह दागी थी गोलियां

Bhind –  भिंड | जिला पुलिस ने सनसनीखेज डबल मर्डर के चार आरोपियों के साथ ही उनके दो सहयोगियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। 30 जुलाई को कोर्ट से लौट रहे एक ही परिवार के चार लोगों को घेर कर उन पर गोलियां चलाई गईं थी जिसमें दो की मौत हो गई थी और दो लोग घायल हुए थे। पुराने जमीनी विवाद को लेकर दिया गया था इस हत्याकांड को अंजाम। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 315 बोर की राइफल और 315 बोर की एक नाली बंदूक के साथ ही 11 जिंदा राउंड और एक मोटरसाइकिल भी बरामद की है।

कहते हैं कानून के हाथ लंबे होते हैं और अपराधी कितना भी शातिर क्यों ना हो उस तक कानून के हाथ पहुंच ही जाते हैं। यही साबित करके दिखाया है भिण्ड जिला पुलिस ने। एसपी रुडोल्फ अल्वारेस और एडिशनल एसपी डॉक्टर गुरु करण सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने महज 16 दिनों के अंदर सनसनीखेज डबल मर्डर के आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। 30 जुलाई को न्यायालय से गवाही देकर लौट रहे चार लोगों हरिकिशन, रामशरण, अनिल और राधे पर चार आरोपियों अशोक, डब्बू उर्फ दीपक, सुभाष और रवि तिवारी ने मिलकर गोलियों से हमला कर दिया था। इस हमले में बाइक सवार अनिल और राधे की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि हरिकिशन और रामशरण ऑटो में सवार थे जो गोली लगने से घायल हुए थे। हत्याकांड को अंजाम देकर चारों आरोपी मौके से फरार हो गए थे। आपको बता दें की हत्याकांड की इस वारदात को पुरानी रंजिश के तहत अंजाम दिया गया। आरोपी डब्बू उर्फ दीपक ने 1999 में भी हरिकिशन के पिता और चाचा की हत्या कर दी थी और तब से ही वह फरार चल रहा था। इसके बाद एक बार फिर से 2013 में हरिकिशन के भाई की भी गोली मारकर इन्हीं लोगों ने हत्या कर दी थी। लेकिन तीन हत्याओं से भी इनका मन नहीं भरा और 30 जुलाई को एक बार फिर से हरिकिशन के बेटे और भांजे की गोली मारकर हत्या कर दी। जबकि हरिकिशन और उसका चचेरा भाई रामशरण गोली लगने से घायल हो गए। सनसनीखेज हत्याकांड के बाद पुलिस ने चार आरोपियों पर मामला दर्ज करके उनकी तलाश प्रारंभ कर दी थी। साथ ही चम्बल आईजी ने इनपर बीस बीस हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया था। इसी दौरान पुलिस को दो अन्य आरोपियों गोलू उर्फ शिवम पांडे और पिंटू राजावत की संलिप्तता इस हत्याकांड में पाए जाने पर उन पर भी मामला दर्ज किया था। जिसके बाद लगातार पुलिस इन आरोपियों की तलाश कर रही थी। 15 अगस्त को मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली कि यह चारों आरोपी अपने गांव आने वाले हैं। जिसके बाद तीन अलग-अलग टीमें बनाकर आरोपियों की धरपकड़ के लिए भेजी गई। मुखबिर की सूचना सही पाई गई और पुलिस ने चारों आरोपियों को देहात थाना क्षेत्र के मुरली पुरा तिराहे से गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से एक 315 बोर की राइफल और 315 बोर की एक नाली बंदूक के साथ ही 11 जिंदा राउंड भी बरामद किए गये। साथ ही एक अपाचे मोटरसाइकिल भी पुलिस ने जप्त की है। वहीं बाद में आरोपी बनाए गए शुभम पांडे और पिंटू राजावत को भी पुलिस ने अलग-अलग जगह से आज गिरफ्तार कर लिया। सभी को पुलिस द्वारा कोर्ट में पेश किया जा रहा है। वर्चस्व की इस लड़ाई में गिरफ्तार किए गए आरोपियों के भी एक सदस्य की पिछले साल गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और जिस का आरोप दूसरी पार्टी पर लगा था।

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