दतिया। 300 से अधिक गुड़ बनाने बाले क्रोसरों पर लापरवाही की जानकारी। गुड को अच्छा दिखने के लिए सेफोलाइट और डेकोलाइट नामक केमिकल मिलाने की सूत्रों से जानकारी। केमीकल से घातक बीमारी होने का खतरा, अब देखना होगा आखिर संबंधित विभाग क्या करता है कार्रवाई।
एक ओर मध्यप्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान मिलावट खोरी पर नित नए नए कानून बना रहे है तो वहीं दूसरी तरफ दतिया जिले के लगभग 300 से अधिक गुड़ बनाने बाले क्रोसरों पर प्रतिदिन मीठा जहर बनकर तैयार हो रहा है। जिले में संचालित गुड क्रेसर पर गुड सफेद और अच्छा दिखे इसके लिए गुड में Safolite और Decolite नाम का केमिकल उपयोग होने की सूत्रों से जानकारी मिली है।
सफोलाइट और डिकोलाइट फैक्ट्रियों में चमड़ा आदि साफ करने के लिए उपयोग किया जाता है। इनके उपयोग से कोई भी चीज साफ दिखाई देने लगती है। लेकिन इन केमिकलों को धड़ल्ले से गुड़ साफ करने में उपयोग किया जा रहा है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर हेमंत जैन के अनुसार यह बेहद खतरनाक केमिकल है।इससे कैंसर जैसी भयानक बीमारी हो सकतीं है।यदि गर्भवती महिला इसे उपयोग कर ले तो गर्भपात का भी भय बना रहता है।
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