Tandoor bhatti banned in city of Madhya Pradesh : मध्यप्रदेश का अब एक शहर ऐसा भी बन चुका है जहां पर तंदूर के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगाने को लेकर खबरें सामने आ रहीं हैं. रेस्टोरेंट में तंदूर भट्टी के इस्तेमाल पर रोक लगाने को लेकर बताया जा रहा है कि ये नियम प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए लाए गए हैं. जब कभी देसी स्वाद की बात आती है तो लोग तंदूर की रोटी का नाम जरूर लेते हैं, लेकिन जबलपुर में तंदूर पर बैन लगने के बाद अब इसके चाहने वालों का स्वाद फीका पड़ गया है. बता दें कि एमपी के चार महानगरों में ये नियम लागू किया गया है जिसमें भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और इंदौर शामिल है. राजधानी भोपाल में अब होटल रेस्टोरेंट संचालक नए नियम के पालन को लेकर सोच विचार में है. लेकिन अभी किन शहरों में पूरी तरह ये नियम लागू होगा ये अभी स्पष्ट नहीं है, इसको लेकर प्रशासन की चर्चा जारी है.
वहीं जबलपुर प्रशासन ने बढ़ते प्रदूषण का हवाला देकर होटल और रेस्टोरेंट में तंदूर पर रोक लगाने का निर्णय लिया है. इसके अमल के लिए जिले के खाद्य सुरक्षा विभाग ने शहर के 50 होटलों के मालिकों को नोटिस जारी कर लकड़ी और कोयला आधारित तंदूर का उपयोग बंद कर इलेक्ट्रिक या एलपीजी का इस्तेमाल किए जाने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि शादी समारोह के साथ ही रेस्टोरेंट और होटल में तंदूर भट्टी का उपयोग किया ही जाता है. नियम के मुताबिक अब संचालकों को लाइट से चलने वाली तंदूर भट्टी या फिर एलपीजी का उपयोग करना होगा, यदि नियम का पालन नहीं किया जाता है तो उनपर 5 लाख रूपए तक की चालानी कार्रवाई भी की जा सकती है.