खंडवा। आदि गुरु शंकराचार्य की दीक्षा स्थली एवं सतपुड़ा और विंध्याचल की गोद में बसी ज्योतिर्लिंग ऋषि मुनियों की तपस्थली ओंकारेश्वर में प्रतिवर्ष नर्मदा जयंती जन्मोत्सव पर 6 फरवरी से 12 फरवरी तक आयोजन होते हैं। मंत्रोच्चार के साथ 151 लीटर दूध से अमृता अभिषेक, विशाल प्रसादी भंडारा, मां नर्मदा की भव्य शोभायात्रा तथा कलश यात्रा के आयोजन हुए। वहीं शाम के समय सतपुड़ा विंध्याचल के बीच पर्वतों पर आरती हुई।