सिवनी जिले में गेहूं खरीदी के बाद अचानक हुई बारिश और परिवहनकर्ता की लापरवाही के चलते समय पर अनाज का सुरक्षित नहीं रखा जा सका, जिस बात की सहमति अब जिला कलेक्टर राहुल हरिदास द्वारा भी दी गई है। वहीं अब गेहूं भीगने के बाद सिवनी कलेक्टर ने रिजेक्ट हुए गेंहू के अपग्रेडेशन को प्राथमिता बताते हुए कहा कि समितियों के माध्यम से रिजेक्ट किये गए अनाज को अपग्रेडेशन किया जा रहा है, इसके बाद जिम्मेदारों पर कार्यवाही की जावेगी।
- प्रशासन की प्राथमिकता पर गेहूं अपग्रेडेशन प्रक्रिया
- परिवहनकर्ता पर कार्यवाही प्रचलन मेंः कलेक्टर
बता दे कि जिले में 4.37 लाख मेट्रिक टन गेंहू खरीदी हुई थी और उसमें से 14 हजार मेट्रिक टन अनाज रिजेक्ट किया गया है जिसके अपग्रेसन की प्रक्रिया प्रचलन में है। अहम बात है कि जिले में बारिश के अनुमान के बाद भी गेहूं को समय पर भंडारित नही किये जाने से आज किसानों की मेहनत पर भी पानी फिर गया है।
जिला कलेक्टर की बातों पर गौर करे तो इस लापरवाही की पड़ताल एक लंबी प्रक्रिया है, जो उन्ही जिम्मेदारों से होकर गुजरेगी जो इस लापरवाही के अंग रहे हो सकते हैं, इसलिए सवाल यह खडा होता है कि जांच और जिम्मेदारी तय होने के बीच आखिर कर किसान को उसकी मेहनत का पैसा कब तक मिल पायेगा, यह बड़ा सवाल है।