इंदौर। जिले के देपालपुर में प्रदेश सरकार के बदलाव के साथ ही घोटाले, भ्रष्टाचार, गड़बड़ियां उजागर होने की कवायद इन दिनों जारी है। पिछले 2 साल से जांच में लंबित पड़ा मामला अब उजागर हो गया है जिसमें कई दोषियों के नाम भी उजागर हुए हैं। VIDEO
दरअसल देपालपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत अटावदा में सरपंच राधेश्याम पंवार, उपसरपंच शैलेन्द्र यादव, तत्कालीन सचिव योगेश दुबे सहायक सचिव माखन गिरी ने गांव की ही रहने वाली रेशम बाई की भूमि पर कपिलधारा योजना के अंतर्गत कुआं निर्माण करवाने के लिए 2 लाख 75 हजार रुपए स्वीकृत करवाएं थे जिसमें धांधली करने का आरोप सबूतों के साथ ग्राम निवासी पंकज यादव ने लगाया था।
हालांकि 2 साल बाद देपालपुर जनपद पंचायत सीईओ के.के. खेड़े ने मामले में जांच के बाद सचिव, जेआरएस, सरपंच और तत्कालीन उपयंत्री उत्तरादायी पाए जाने गए है। बताया गया कि जिस स्थान पर स्वीकृत जगह पर कुआ खनन ना करते हुए किसी रिश्तेदार की जगह पर खनन करने की जानकारी मिली है जिसके बाद दोषियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया तथा एसडीएम देपालपुर को कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भी भेजा गया। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि इन दोषियों पर कार्रवाई की जाती है कि नेताओं के दबाव में फायल को एकतरफ रख दिया जाएगा।