नई दिल्ली। आर्य समाज के नेता स्वामी अग्निवेश का निधन हो चुका है। बता दें कि दिल्ली में लीवर की बीमारी के चलते स्वामी अग्निवेश का इलाज चल रहा था जिनका उपचार के दौरान निधन हो गया है।
- शुक्रवार शाम को दिल का दौरा पड़ा था
- 80 साल की उम्र में हुआ निधन
- जांजगरी जिले में सक्ति में हुआ था जन्म
आंध्र प्रदेश में एक ब्राह्मण परिवार में जन्मे, स्वामी अग्निवेश को अपनी नींव बंधुआ मुक्ति मोर्चा (बॉन्डेड लेबर लिबरेशन फ्रंट) के माध्यम से बंधुआ मजदूरी के खिलाफ अभियान के लिए जाना जाता था। उनके सार्वजनिक काम ने उन्हें सक्रिय राजनीति में प्रवेश करने के लिए प्रेरित किया।
वह 1977 में हरियाणा विधानसभा के लिए चुने गए और 2 साल बाद शिक्षा मंत्री बनाए गए। हालांकि, उन्होंने हरियाणा सरकार द्वारा पुलिस के खिलाफ निष्क्रियता के विरोध में पद से इस्तीफा दे दिया, जिन्होंने बंधुआ मजदूरी का विरोध करने वाले श्रमिकों पर गोलियां चलाई थीं।
स्वामी अग्निवेश, जो 2014 तक आर्य समाज के विश्व परिषद के अध्यक्ष थे, अमरनाथ मंदिर पर अपनी टिप्पणी के लिए हिंदू समूहों को भी नाराज कर दिया था। अग्निवेश ने आरोप लगाया कि भगवान शिव ने यह कहकर उनका अपमान किया कि बर्फ का डंठल किसी भी धार्मिक महत्व का नहीं है।