देपालपुर। देपालपुर क्षेत्र के 60 गांव के मरीजों का इलाज करने वाला एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों डॉक्टर व स्टाफ के लिए के लिए तरस रहा है। एकमात्र डॉक्टर जो कि महिला ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर है, जो कि अस्पताल में मरीजों के देखने के बजाय जिला मीटिंग व दौरे में ही व्यस्त रहती है जिसके कारण एमबीबीएस डॉक्टर के बजाय आयुष व आयुर्वेदिक चिकित्सक एलोपैथिक इलाज कर रहे हैं।
रात्रि में तो यहां का सरकारी अस्पताल एक आया व एक स्टाफ नर्स के भरोसे रह जाता है जबकि केन्द्र में एक भी वार्ड बाय नही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होने की वजह से यहां काफी स्टाफ की काफी जरूरत है। जहां पर्ची कटवाने में समय लगता है तो वहीं उससे ज्यादा समय मशीनों से जांच कराने में लगात है जबकि कुछ मशीनें तो खराब पड़ी होने की भी जानकारी प्राप्त हुई है।