अधिकारी का दावा खाद का पर्याप्त भंडारण, लेकिन धरातल पर कुछ और नजारा

सतना। सरकारें चाहे जो भी रही हो पर धरती पुत्र किसान आज भी परेशान है। फसल की सिचाई के बाद किसानों को खाद की जरूरत है लेकिन सतना जिले का किसान खाद के संकट से गुजर रहा है। कहने को तो खाद की पर्याप्त उपलब्धता है लेकिन सहकारी समिति और मार्कफेड के वित्तिय घाल मेल में जिले के किसान के आगे खाद का संकट गहरा गया है। मार्कफेड कंपनी के अधिकारी के मुताबिक सहकारी समितियो ने पिछला भुगतान नही किया है जिसके चलते खाद का पर्याप्त भंडारण होने के बावजूद किसान खाद के लिए संघर्ष कर रहा है। VIDEO

सूत्रों की माने तो अगस्त से अबतक मार्कफेड ने समितियो को खाद सप्लाई की थी जिसका 30 करोड़ का बिल बकाया है। लेकिन कमजोर वित्तीय स्थिति के चलते सहकारी समिति यह भुकतान करने में सक्छम नही है। जिले की 90 समितियों में एक बोरी यूरिया खाद मौजूद नही है। जबकि 64 समितियो में 319 टन खाद है। वहीं कृषि विभाग की माने तो जिले में 2000 मिट्रिक टन खाद की डिमांड है। जिससे ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले के किसान खाद के संकट से गुजर रहे होंगे।

जिला प्रशाशन की माने तो जिले के किसानो के लिए खाद का पर्याप्त भंडारण है। ऐसे में किसानों के खाद की कमी नही है किसानों को धैर्य से काम लेना होगा।

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