सिवनी। नर्मदा मिशन के संस्थापक समर्थ भैया जी सरकार पिछले 75 दिनों से अन्य त्यागकर, कर रहे सत्याग्रह। मां नर्मदा के तटों को संरक्षित और अतिक्रमण मुक्त करने सहित गोवंश के संरक्षण के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने की मुख्य मांग। लखनादौन पहुंचकर भी उठाई आवाज।
75 दिनों से अन्न वा फलाहार का त्याग कर जीवन दायनी माँ नर्मदा और गौ संरक्षण के लिए आंदोलन करने वाले संत भैया जी सरकार ने कंहा की जिस तरह प्रकृति का दोहन हो रहा हैं धर्म, संविधान ,नीति, नियम और कानून के विरुद्ध जो कार्य चल रहे हैं पूंजीपतियों और माफियाओं ने कब्जा जमा रखा हैं इनके विरुद्ध जिम्मेदार लोगो को अपना नैतिक दायित्व और कर्तव्य निभाना पड़ेगा नही तो आने वाला 2021 और भी भयावा होगा भीषण संक्रमण , आपदा , और महामारी जैसी समस्या देखने को मिलेंगी।
नर्मदा मिशन के संस्थापक समर्थ भैया जी सरकार मां नर्मदा के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए पिछले 75 दिनों से अन्य त्याग कर सरकार से हाईकोर्ट की गाइडलाइन के अनुरूप मां नर्मदा के तटों को संरक्षित और अतिक्रमण मुक्त करने .गोवंश के संरक्षण के लिए सरकार के द्वारा आवश्यक कदम उठाए जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर सत्याग्रह कर रहे हैं।
समर्थ सद्गुरु परिवार के कार्यकर्ता गांव-गांव पहुंचकर भैया जी सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान के प्रति जन जागरूकता कर रहे हैं। नर्मदा मिशन के उद्देश्यों से जुड़ने के लिए भैया जी सरकार के द्वारा संचालित सत्याग्रह को व्यापक स्वरूप देने के लिए स्वयं संत भैया जी सरकार एवं उनकी अनुयाई गांव गांव पहुंचकर लोगों को मां नर्मदा के प्रति अपनी आस्था प्रकट करने का निवेदन कर रहे हैं।
इसी क्रम में संत भैया जी सरकार लखनादौन पहुंचे जहां उन्होंने मां नर्मदा के संरक्षण के लिए चलाए जा रहे सत्याग्रह में सभी से सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की।
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