शहीदों की शहादत के सम्मान में आज स्वैच्छिक बंद, पुलवामा हमले का करारा जवाब देने की मांग
पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले के देश में लोगों के बीच आक्रोश लगातार उमड़ रहा हैं जहां एक ओर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए लोग केंडल मार्च निकाल रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर नारेबाजी करते हुए आतंक का पुतला दहन कर देश की सरकार से कड़ा बदला लेने की आवाज बुलंद कर रहे हैं।
राजस्थान पाली जिले के ग्राम गावाडा में श्रीलेहर भारती शिक्षण संस्थान द्वारा वीर शहीदों को नमन करते हुए दो मीनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में भी पुलवामा हमले के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। बुरहानपुर के खकनार में संत सेवालाल महाराज की जयंती के दौरान पुलवामा आतंकी हमले में शहीद जवानों को समाजजनों ने श्रद्धांजलि दी। वहीं शोक की इस घड़ी में क्षेत्र के सभी सांस्कृतिक परम्परागत कार्यक्रम को भी रद्द किया गया।
बालाघाट में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलवामा आतंकी हमले के विरोध में पुतला दहन कर जमकर नारेबाजी की। बता दें कि रानी अवंतिबाई चौक पर भाजपाई अध्यक्ष रमेश रँगलानी की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं ने यह विरोध प्रदर्शन किया।
रायसेन में भी पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवनों को श्रद्धांजलि देने के लिए व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। इसके साथ ही एक रैली निकालकर जमकर नारेबाजी की तथा भारत सरकार से आतंकी हमले का करारा जवाब देने की मांग की है।
उज्जैन के नागदा में सभी राजनीतिक पार्टी के नेता कार्यकर्ताओं ने मिलकर पुलवामा आतंकी हमले का विरोध करते हुए शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। बता दें कि कन्या शाला चौराहे से मार्च निकाला गया जिसके बाद प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा त्वरित कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
बुरहानपुर में भी आतंकी हमले का विरोध करते हुए बंद रखा गया जिसका समर्थन भी लोगों ने किया। यहां सभी ने अपनी स्वेच्छा से बंद का समर्थन करते हुए पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए बुरहानपुर बंद किया। वहीं स्थानीय लोगों ने आक्रोश जताते हुए शहर के मुख्य मार्ग पर मार्च निकाला जिसमें एक युवा अपने हाथ में तिरंगा लेकर भी शामिल हुआ।
राजस्थान सिरोही जिले के सरुपगंज में भी आतंकी हमले का विरोध किया गया। स्थानीय झंडा चौक पर पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को लोगों ने श्रद्धांजलि दी जिसके बाद सुभाष सर्किल पर आतंकवाद का पुतला दहन किया।