हरिद्वार। उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित विश्व प्रसिद्ध हरकी पौड़ी में मधुमक्खियों का कहर देखने को मिल रहा है। बता दें कि स्नान के लिए हरकी पौड़ी पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को मधुमक्खियों द्वारा काटकर घायल कर दिया जाता है, जिसके कारण क्षेत्रीय रहवासी तथा श्रद्धालुओं के बीच मधुमक्खियों के काटने का डर बना हुआ है।
हालांकि अब देखना होगा कि इस परेशानी से लोगों को किस तरह निजात मिल सकेगी। वीडियो को देखकर आप भी अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरह से हरकी पौड़ी पहुंचने वाले लोग किस तरह जुझ रहे हैं।
अब हम आपको बताते हैं कि यदि कोई व्यक्ति कारणवश ऐसी स्थिति में पड़ जाए तो मधुमक्खी के झुंड के हमले से कैंसे बचें और यदि मधुमक्खी काट लेती हैं तो उसका प्राथमिक उपचार कैंसे करें।
सबसे पहले देखिए, मधुमक्खी के झुंड के हमले से कैसे बचें
- यदि आप दौड़ सकते हैं तो कोशिश करें कि मधुमक्खियों के झुंड से तिनी दूर हो सके जाने का प्रयास करें यदि दौड़ना संभव नहीं है तो आपके चहरे और सिर को किसी मोटे कपड़े से दो से तीन बार ढक लें जिससे मधुमक्खी आपके सिर या चहरे पर ना आ सके।
- किसी बंद कमरे या कार में जाकर शीशे बंद करने के बाद झुंड के जाने का इंतजार करें।
- किसी भी मधुमक्खी को मारें या दूर ना भगाएं सिर्फ स्थिर रहें और मधुमक्खी से बचने के लिए नदी में बिलकुल ना कूंदे।
मधुमक्खी के काटने के बाद उपचार कैसे करें
- मधुमक्खी के डंक को जितनी जल्दी हो सके निकाल लें इसके लिए क्लिप या कोई नुकीली चीज का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- हालांकि डंक निकालने के बाद किसी एंटीसेप्टिक साबुन से साफ करें।
- प्रभावित जगह पर बर्फ लगाने से कई तरह की परेशानियों और लक्षणों में राहत मिलेगी।
- मधुमक्खी काट लेने पर शहद या फिर टूथपेस्ट को भी प्रभावित जगह पर लगाया जा सकता है जिससे दर्द में राहत मिलती है।
- यदि स्थिति गंभीर है तो तत्काल डाॅक्टर को दिखाना ही उचित माना जाएगा।