भोपाल, 17 सितंबर – एक महिला डॉक्टर की मौत के बाद अंगदान (Organ Donation) के फैसले ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है. इंदौर की सर्जन डॉ सुनीता पाटिल की बीते दिनों सड़क हादसे में मौत हो गई थी जिसके बाद परिवार की सहमति से अंगदान का फैसला लिया गया. डाॅक्टर की मौत के बाद उनकी एक किडनी (kidney) चोइथराम हॉस्पिटल में भर्ती एक मरीज जबकि दूसरी किडनी सीएचएल अस्पताल में भर्ती एक मरीज को कुछ ही देर में ट्रांसप्लांट की गई.
आज सुबह-सुबह करीबन 4 बजे लिवर को भोपाल के बंसल अस्पताल (bansal hospital bhopal) लाया गया. यह लिवर (liver) हाॅस्पिटल में भर्ती एक मरीज को ट्रांसप्लांट किया गया। पुलिस द्वारा फंदा टोल नाके से ग्रीन कॉरिडोर (green corridor) बनाकर 32 किलोमीटर की दूसरी को 28 मिनट में तय कराया गया जबकि इंदौर से भोपाल की 207 किलोमीटर की दूरी 2 घंटे 35 मिनट में एम्बुलेंस द्वारा तय की गई.