Indian Currency Printing Process : भारत में सिर्फ 4 जगह छपते हैं नोट ! ऐसे लिया जाता है निर्णय

Indian Currency Printing Process :  अगर आपको नोट छापने की मशीन दे दी जाए तो आप क्या करेंगे ? जाहिर सी बात है कि आप नोट छापेंगे, लेकिन भारत में नोट छापना इतना भी आसाना नहीं है. नियम और कायदों के तहत सिर्फ भारत सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पास निर्णय लेने की अथॉरिटी होती है. तो आइए जानते हैं इंडिया में नोटों की प्रिंटिंग प्रोसेस क्या है! नोट छापने से पहले आरबीआई को भारत सरकार से इजाजत लेनी होती है. सरकार आरबीआई अधिकारियों के साथ बैठक कर अंतिम फैसला लेती है.

नोट छापने के लिए Minimum Reserve System का नियम होता है, जिसे न्यूनतम कोष प्रणाली कहा जाता है. ये नियम सन् 1956 में बनाया गया था. इस नियम के तहत आरबीआई को 200 करोड़ रुपये की विदेशी प्रतिभूतियों और स्वर्ण धरोहर के रूप में रखनी होती है. इसके बाद ही नोटों की छपाई की जाती है. हालांकि भारत में सिर्फ चार सरकारी प्रिंटिंग प्रेस है जहां पर नोटों को छापा जाता है, ये प्रिटिंग प्रेस देवासए नासिकए मैसूर और सालबोनी में मौजूद हैं.

You May Also Like

More From Author