शाहपुर में मनमर्जी से आते हैं पशु चिकित्सक
बैतूल। शाहपुर ब्लाॅक के सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी की बड़ी लापरवाही सामने आई है, बता दें कि डाॅक्टर सुनील कुमार का ग्राम डाबरी में पिछले लगभग डेढ़ सालों में आने जाने का कोई निश्चित समय नहीं है जबकि नियम के मुताबिक पशु चिकित्सक को सप्ताह में एक बार ग्राम पहुंचकर पशुओं का इलाज करना होता है।
- हाजरी रजिस्टर भी अपने साथ रखते हैं चिकित्सक
- शाहपुर पशु औषधालय का मामला
- सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी हैं डाॅ सुनील कुमार
- डाॅक्टर के आने जाने का समय निश्चित नहींः ग्रामीण
- चिकित्सक से दो या तीन बार ही मुलाकात हुईः सरपंच
हाॅस्पिटल के सामने ही रहने वाले ग्रामीण ने बताया कि वह चिकित्सा अधिकारी को नहीं जानते हैं जबकि कंटेनजेंसी पर पदस्थ दलवीर सिंह ने बताया कि डाॅक्टर के आने जाने का कोई निश्चित समय नहीं है।
ग्राम सरपंच ने बताया कि उनके कार्याकाल में दो या तीन बार ही मुलाकात हुई है जबकि आने जाने की जानकारी नहीं है। वहीं कार्यालय में आवश्यक दस्तावेज और हाजरी रजिस्टर नहीं होने की भी पुष्टि की गई।
पशु चिकित्सालय में कंटेनजेंसी पर पदस्थ दलवीर सिंह परते ने बताया कि डाॅ सुनील कुमार पिछले डेढ़ सालों में काफी कम आए हैं जबकि हाजिरी रजिस्टर और पशु चिकित्सालय संबंधित दस्तावेज भी डाॅ सुनील द्वारा अपने साथ ही रखे जाते हैं।