घोड़ी पर सवार होकर दूल्हे के घर पहुंची दुल्हन
बुरहानपुर। बुरहानपुर शहर की सडकों पर अनूठी बारात नजर आई, यह बारात अन्य बारातों की समान थी लेकिन फर्क सिर्फ इतना था कि घोड़ी पर दुल्हे की जगह दुल्हन सवार थी, दरअसल गुजराती मोढ वणिक समाज की यह 300 साल पुरानी पम्परा है जिसके तहत बेटी बचाओ बेटी पढाओं और बेटी बढाओं की जागरूकता को लेकर इस परम्परा को आगे बढ़ाया जा रहा है। दुल्हन अंशुल मुंशी ने बताया कि समाज की परम्परा के अनुसार दुल्हन घेड़ी लेकर दुल्हे के घर पहुंचती है और फिर उसी घोड़ी से बारात लाने का आमंत्रण देती है।