हाटपिपलिया में रेप पीड़िता को न्याय दिलाने उठी आवाज़
देवास। हाटपिपलिया में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छत्तीसगढ़ के कवर्धा में आदिवासी बालिका के साथ हुई रेप की घटना की निंदा की। पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल। पीड़िता का धर्मातरण करने पर भी आवाज उठाते हुए कार्रवाई की मांग की। 22 नवंबर को छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में 14 वर्षीय आदिवासी नाबालीक बालिका के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी, खून में लथपथ बालिका जब थाने पर एफ आई आर दर्ज करवाने पहुंची तब पुलिस कर्मी द्वारा उसे बेइज्जत कर वहां से भगा दिया गया,साथ ही 13 वर्षीय नाबालिक आदिवासी बालिका का धर्मांतरण आंध्र प्रदेश में करवा दिया गया उसे बहला-फुसलाकर घर से लेगए आंध्रप्रदेश ले जाकर उसका धर्मांतरण करा दिया ।
विद्यार्थी परिषद ने बालिकाओ को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाई तो विद्यार्थी परिषद के 14 कार्यकर्ताओं को जेल भेज दिया गया तथा 35 कार्यकर्ताओं पर प्रकरण दर्ज किया गया विद्यार्थी परिषद कि छत्तीसगढ़ सरकार से मांग है जल्द से जल्द दोनों बालिकाओं को न्याय दिलाया जाए और जो भी जितने भी कार्यकर्ता हिरासत में है उन्हें बाइज्जत रिहा किया जाए नहीं तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करेगा और जिम्मेदार छत्तीसगढ़ सरकार होगी, दोनों बालिकाओं का नाम गोपनीय रखा गया है। प्रदर्शन स्थल पर परिषद के पूर्व जिला संयोजक संदीप गुर्जर,नगर उपाध्यक्ष नरेंद्र पाटीदार, महाविद्यालय प्रमुख सौरभ बडग़ुर्जर, जयदीप वर्मा,प्रवीण सोलंकी,भानु सोनी, सूरज मालवीय, कन्नू चौहान आदि कार्यकर्ता गण उपस्थित थे।