सिवनी की महिला ने राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी

सिवनी – जिले की एक महिला पिछले 2 वर्षों से अपने हक के लिए लड़ रही है लेकिन न्याय नहीं मिलने के कारण अब महिला ने इच्छामृत्यु (Iccha Mrityu) की अनुमति मांगते हुए भारतीय राष्ट्रपति को पत्र लिखा है। दरअसल सिवनी जिले में पदस्थ एक आदिवासीशासकीय महिला कर्मचारी के साथ प्रताड़ना का बेहद ही संगीन और सनसनीखेज मामला सामने आया है। कामकाजी महिला कर्मचारियों के साथ हो रहे अत्याचार और उत्पीड़न को उजागर करने वाला यह शर्मनाक मामला आदिम जाति कल्याण विभाग सिवनी का है।

राष्ट्रपति को लिखे गए पत्र के मुताबिक पीड़ित महिला कर्मचारी की अनुकंपा नियुक्ति सहायक ग्रेड तीन के पद पर हुई थी और 9 सितम्बर 2017 को विभाग में ही पदस्थ सहायक ग्रेड तीन कर्मचारी सुधीर राजनेगी ने महिला कर्मचारी के शासकीय आवास में घुसकर महिला के साथ छोड़छाड़ कर अभद्रता करने तथा जान से मारने की धमकी दी थी जिसके बाद पीड़ित महिला कर्मचारी ने कोतवाली में मामला दर्ज कराया और सहायक आयुक्त सतेंद्र मरकाम से शिकायत भी की लेकिन आज तक उक्त कर्मचारी पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। वहीं सहायक आयुक्त सतेंद्र मरकाम पर भी महिला ने सुधीर राजनेगी का सहयोग करने तथा अधिकारी द्वारा प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।

हालांकि इस मामले में आदिवासी कल्याण विभाग सिवनी के सहायक आयुक्त सतेंद्र मरकाम ने बताया कि शिकायत के बाद महिला ने थाना में एफआईआर कराई थी लेकिन दूसरों पर आरोप लगाना सरासर गलत है, वहीं अधिकारी ने मामलान्याया लय में होने पर कुछ भी कहने उचित नहीं होने की बात कही।

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