दशहरे पर यहां होती है रावण पूजा, जानिए क्या है पूरी कहानी
सतना। वैसे तो देश भर में दशहरे पर रावण के पुतले का दहन कर असत्य पर सत्या की विजय का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है लेकिन मध्य प्रदेश के सतना में दशहरे के अवसर पर रावण की पूजा की जाती है। बता दें कि सतना जिले के कोठी में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दशहरे पर ग्रामीणों द्वारा रवाण की पूजा अर्चना की गई। पुजारी रमेश मिश्रा ने बताया कि बीते पहले के समय में पुरखों द्वारा रावण की पूजा की जाती थी जिस परपम्रा को आगे बढ़ाकर अब रमेश मिश्रा भी रावण की पूजा करते हैं। रमेश कुमार मिश्रा बोले कि श्रीराम का दशहरा विजय पर्व लेकिन कोठी के राजा सीता रमण थे जिनके बाद कौशलेंद्र प्रताप सिंह द्वारा रावण की प्रतिमा का निर्माण करया गया था, जिसके बाद से ही सैकड़ों वर्षों से रावण की पूजा की परम्परा चली आ रही है।
रावण की पूजा करने वाले रमेश मिश्रा ने बताया कि उनका गोत्र गौतम है जो कि लंकेश का भी गोत्र था जिसके कारण विगत 30 वर्षों से दशहरे पर रावण प्रतिमा की पूजा धूमधाम से की जा रही है।