बारदाने में रखी लाखो रूपये की धान हुई अंकुरित, अधिकारी बेपरवाह
सिवनी। अन्नदाताओं की कड़ी मेहनत के बाद उनके अनाज की खरीदारी कर उसे किस प्रकार शासन द्वारा सुरक्षित रखा जाता है, इसका जीता जागता उदाहरण मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के ओपन केप नरेला में देखने को मिल रहा है। सिवनी के ओपन केप नरेला में लाखों रुपए की पॉलीथिन समेत अन्य खर्च किए जाने के बाद भी धान को सुरक्षित रखने में अधिकारी पूरी तरह से नाकामयाब साबित हो रहे हैं, जिसके कारण हजारो क्विंटल धान बारिश के पानी में गीली होने के बाद सड़ गई है।
मप्र राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित सिवनी के ओपन केप नरेला के ग्राम देवरी स्थित नरेला-02, नरेला-03 में रखी हजारों क्विंटल धान बारिश के पानी में गीली व नमीयुक्त होकर बर्बाद हो गई जबकि बारदाने में रखी हुई लाखो रूपये की धान अंकुरित हो चुकी है।
ओपन केप नरेला में तीन माह के लिए धान रखी गई थी लेकिन लगभग सात माह बीत जाने के बाद ओपन केप नरेला में रखी धान के उठाव के लिए अधिकारियों ने सुध नही ली जिससे धान अब सड़ने की कगार पर है।
ओपन केप में रखी हुई धान का उठाव नहीं होने के विषय में नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा चावल रखने की जगह न होने का कारण बताया जा रहा है। जिसके कारण मिलर्स के लॉट जमा नही हो पा रहे हैं। बताया गया किस संबंध में ओपन केप प्रभारी द्वारा लगातार वरिष्ठ कार्यालय व मुख्यालय को अवगत कराया जा रहा है लेकिन उसके बाद भी धान का उठाव नहीं किया गया।