उमरिया जिले में विकलांगता के कारण कठिन परिश्रम कर रही सिया
उमरिया। कहते है जिसका कोई नही होता उसका भगवान होता है। कुछ इसी कहावत को चरितार्थ करने वाली ताजी तस्वीर उमरिया जिले के ग्राम तिमनी से सामने आई है जहां सिया बाई नामक विकलांग बच्ची विकलांगता के कारण अपनी जिंदगी में कठिन परिश्रम कर रही है जिसे ना तो सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ मिल पा रहा और ना ही समाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा कोई मदद की पहल की गई।
- पैरों की मदद लेकर भोजन करती है सिया
- उमरिया जिले के पाली अंतर्गत ग्राम तिमनी का मामला
- अधिकतर समय देखभाल करती हैं मां
- तीन भाई भी झेल रहे बेरोजगार की मार
- शासन से 600 रूपयों की मदद मिलती हैः मां
- अन्य शासकीय योजनाओं का नहीं मिला लाभः मां
- परीक्षण कराकर की जाएगी हर संभव मददः डीएम
विकलांग सिया अपने पैरों से खुद भोजन करती है जबकि सिया की मां को भी अधिक समय सिया की देखभाल में देना होता है, जिसके कारण वह रोजगार का काम नहीं कर पाती हैं। बता दें कि सिया के तीन भाई भी है जो भी बेरोजगार की मार झेल रहे हैं।
पीड़िता की माँ का कहना है कि शासन की ओर से 600 रूपयों की मदद मिलती है जिसे भी तीन साल पहले रोक दिया गया था लेकिन इसके अलावा अन्य शासकीय योजनाओं से वंचित है जिसके कारण व्यवस्थाओं के आभाव में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पीड़िता के भाई, जयपाल सिंह ने बताया कि पैसे नहीं होने के कारण खेती भी नहीं कर पा रहे है जबकि सरकार की ओर से कोई रोजगार और आवास योजना का भी लाभ तक नहीं मिला है। वहीं परिवार की स्थिति को मीडिया द्वारा जिला कलेक्टर सहित बीजेपी जिला अध्यक्ष के संज्ञान में भी लाया गया।
भाजपा जिलाध्यक्ष, दिलीप पाण्डेय ने बताया कि बच्ची की जानकारी शासन प्रशासन के संज्ञान में लाईजाकर हर संभव मदद का प्रयास किया जाएगा। तो वहीं दूसरी ओर उमरिया कलेक्टर, संजीव श्रीवास्तव परीक्षण कराकर जिन शासकीय योजनाओं के लिए पात्र हैं उन सभी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए संबंधित विभाग को निर्देशित किए जाने का आश्वासन दिया गया।