देपालपुर में कोरोना अलर्ट, तीन लोगों की मौत, लगभग 50 लोग आइसोलेट

देपालपुर। इंदौर जिले में कोरोना के अधिक केस आने के बाद अब देपालपुर में भी तीन लोगों की मौत हुई है जिनकी कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। बता दें कि कोरोना से बचाव के लिए देपालपुर प्रशासन सहित स्वास्थ्य अमला मुस्तैद है। देपालपुर तहसीलदार बजरंग बहादुरसिंह ने बताया कि दवाई, किराना, दूध, सब्जि फल विक्रेताओं को नियम पालन की सख्त हिदायत दी गई है, जबकि होम डिलेवरी व्यवस्था भी की गई है। देपालपुर तहसीलदार ने बताया कि लोगों से घरों में ही रहने की अपील की जा रही है, जिसकी व्यवस्था पुलिस प्रशासन द्वारा की जा रही है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में हर दिन भ्रमण कर एतिहात बरतने की बात कही गई।

जानकारी के अनुसार देपालपुर नगर के 50 लोगों संदिग्ध होने पर भिन्न-भिन्न स्थानों पर आइसोलेशन रखा गया है। जिसमें से वर्तमान में देपालपुर निवासी चार लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। देपालपुर के वार्ड नं 02, 07, 09 और 14 में लगभग 20 घरों के बाहर लाल रंग के स्टीकर लगे हुए हैं इन घरवालों को किसी से मिलने की इजाजत नहीं है। देपालपुर तहसीलदार बजरंग बहादुरसिंह का कहना है कि शासन के आदेश पर लॉकडाउन का पालन करवाया जा रहा है विभिन्न व्यापारियों से चर्चा लॉकडाउन के तहत संपूर्ण व्यवस्था करवाई है जरूरतमंद लोगों को स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से भोजन पैकेट बटवायें जा रहे हैं पुलिस द्वारा बिना वजह घरों से बाहर निकलकर घूमने वाले को समझाइश दी जा रही है। सतत स्थानीय प्रशासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया जा रहा है।

देपालपुर नगर के अंशुल सोनी ने बताया कि मेरी शादी 16 फरवरी को हुई थी। इसके बाद अपने दोस्त अश्विन पांचाल व उसकी पत्नी आयुषी पांचाल व अंशुल की पत्नी कृतिका सोनी के साथ हनीमून मनाने 16 मार्च को मनाली गए थे। 5 दिन बाद लौटे तो पूरे प्रदेश में कोरोना का कहर टूट पड़ा था हमने परिवारवालों से बात कर 14 दिनों तक आइसोलेशन रहने का निर्णय लिया। हमने मेडिकल चेकअप करवाया हमारी रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

देपालपुर के भूमिपुत्र हंसराज धाकड़ समाजसेवी का कहना है कि इंदौर के टाटपट्टी बाखल में घटना के बाद ऐसा लग रहा है कि देपालपुर में भी लॉकडाउन के पालन में पुलिस की भूमिका कमजोर नजर आ रही है क्योंकि स्थानीय स्तर पर सभी पुलिसकर्मी एक दूसरी के परिचित होते हैं इस कारण पुलिस सख्ती नहीं कर पा रही है ओर आपसी संबंध का फायदा उठाकर नगर की जनता बेवजह नगर और सड़क पर घूमते रहते है जिसके चलते संक्रमण का फैलाव हो सकता है। ऐसे हालातों में अर्धसैनिक बलों, सीआरपीएफ – बीएसएफ की तैनाती होना चाहिए।

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